मैया पड़ेगा आना
बहर - चाहूंगा मैं तुझे श्याम सवेरे
नो दिन के नवराते ये तेरे ध्याऊँगा मैं तुझे श्याम सवेरे-2
ओ मैsssया पड़ेsssगा आsssना-2
नो दिन के ये नवराते…
रोते हुँओ को; देती हंशी, दीन दुखी को ; देती ख़ुशी ।।-2
हम पे sss, हमपे भी मैया बरसा दे तेरे प्यार का खज़ाना ,
ओ मैया पड़ेगा …
देख इधर ; भरके नज़र कैसा तेरा दरबार सजा ।।-2
कब सेsss;कबसे निहारे राह तेरी तेरे दर्श का दीवान ,
मैय्या पड़ेगा…
लाल चुनर भी लाया हूँ माँ; हलवे चने का प्रसाद बना।।-2
श्रद्धा sss श्रद्धा सहित अर्पित ये भोग, मैया पड़ेगा खाना,
मैया पड़ेगा…
तेरे सिवा ;कौन मेरा, मैया है तु मैं लाल तेरा ।।-2
सावन रहा कबसे पुकार , मेरी लाज माँ बचाना
मैया पड़ेगा आना...
नो दिन के नवराते तेरे ;ध्याऊँ गा तुझे श्याम सवेरे ओ मैया …
‘सावन चौहान कारोली’-एक नादान गीतकार
भिवाड़ी अलवर राजस्थान
मो.9636931534
https://draft.blogger.com/blog/post/edit/680363107354287503/5074956420347577861