Pulwama attack -the pratikar
भारतीय इतिहास का काला दिन पुलवामा अटैक जो भूले से नहीं भुलाया जा सकता उस समय कवि के हृदय में उठते आक्रोश को दर्शाता हुआ एक मार्मिक चित्रण जो आपके सामने हरियाणवी रंग में एक रागनी के रूप में आपके समक्ष प्रस्तुत है:-https://sawankigazal.blogspot.com/2020/12/neele-ghode-pe-sawaar.html?m=1
सपने में भी डरया करे तने "तांडव" ईसा दिखा दयांगे
हम महाकाल के लाल तने तेरी नानी याद दिला दयांगे
"पुलवामा" में धोखे त, तने "आतंकी" प्रहार करया
सहनशीलता देखी थी इब हद का डोला पार करया
भारत माँ के शेरां पे तने कपटी छुप के वार करया
के होगा अंजाम तने नहीं पापी कतीई विचार करया
भोले की सूँ आज तने तेरे घर में घुसकै गाह दयांगे
हम महाकाल के लाल…
के जाण्या तु तेरी घात का, होवेगा "प्रतिकार" नहीं
सिंहसन पे "सिंह" बिराज्या, लोम्बड और सियार नहीं
आन बान म्हारी शान स् "फौजी" केवल पहरेदार नही
इतनी लाश बिछा दयांगे, कई दिन तक मिले करार नहीं
तने सूते शिवगण मारे स्, तेरा नाम निशान मिटा दयांगे
हम महाकाल के लाल…
एक सूरमा अभिनंदन तेरी छाती जा लालकारया था
एक छोटे से ""मिग 20"" ने "f-16" पछाड ...
Kavi-Sawan chauhan karoli
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