This Gazal concern to covid-19
मौत के खोफ से, हैरान हुआ जाता है
आज लाचार सा, इंसान हुआ जाता है -मतला
चार पैसे क्या कमाए की, अकड़ थी भारी
आज चौबारा भी, दालान हुआ आता है-१
नाज इसको था बहुत, अपने अविष्कारों पर
आज मजबूर, ले विज्ञान हुआ जाता है-२
चाँद का खाब था, धरती थी ये थोड़ी यारों
शह्र दर शह्र, ले मैदान हुआ जाता है-३
होड़ हथियार की, क्या क्या न बनाया "सावन"
अब धराशाही ले, अभिमान हुआ जाता है-४
आंख दुनियाँ को दिखाता था बड़ा दादा था
आज दादा वो परेशान हुआ जाता है-५
वो जो कहते थे, कि पिछड़ा सा वतन है भारत
उनकी बिगड़ी तो, ये हनुमान हुआ जाता है-६
है नजर धूर्त की, दुनियाँ के कारोबारों पर
चीन दाना ये, बेईमान हुआ जाता है-७
जीव छोड़ा न कोई इसने, जिसे खाया ना
आदमी था कभी, शैतान हुआ जाता है-८
छेड़खानी है गलत दोस्त मेरे, कुदरत से
सब तमाशे का सा, सामान हुआ जाता है-९
कलमकार -सावन चौहान कारोली
15,16-04-2020