गुरुवार, 16 अप्रैल 2020

#Corona khouf




This Gazal concern to covid-19



मौत के खोफ से, हैरान हुआ जाता है
आज लाचार सा, इंसान हुआ जाता है -मतला

चार पैसे क्या कमाए की, अकड़ थी भारी
आज चौबारा भी, दालान हुआ आता है-१

नाज इसको था बहुत, अपने अविष्कारों पर
 आज मजबूर, ले विज्ञान हुआ जाता है-२

चाँद का खाब था, धरती थी ये थोड़ी यारों
शह्र दर शह्र, ले मैदान हुआ जाता है-३

होड़ हथियार की, क्या क्या न बनाया "सावन"
अब धराशाही ले, अभिमान हुआ जाता है-४

आंख दुनियाँ को दिखाता था बड़ा दादा था
 आज दादा वो परेशान हुआ जाता है-५

वो जो कहते थे, कि पिछड़ा सा वतन है भारत
उनकी बिगड़ी तो, ये हनुमान हुआ जाता है-६

है नजर धूर्त की, दुनियाँ के कारोबारों पर
चीन दाना ये, बेईमान हुआ जाता है-७

जीव छोड़ा न कोई इसने, जिसे खाया ना
आदमी था कभी, शैतान हुआ जाता है-८

छेड़खानी है गलत दोस्त मेरे, कुदरत से
सब तमाशे का सा, सामान हुआ जाता है-९

कलमकार -सावन चौहान कारोली 
15,16-04-2020